उज्जैन-बड़नगर रोड पर 715 मीटर लंबे आरओबी से खत्म होगा 90 डिग्री का कर्व

उज्जैन-बड़नगर रोड पर ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। 2017 में क्रॉसिंग के पास ब्रिज बनाने की योजना को लोक निर्माण विभाग सेतु ने मंजूर दी थी। इसके बन जाने से 90 डिग्री का कर्व सीधा हो जाएगा और क्रॉसिंग पर वाहनों को रुकने से भी मुक्ति मिल जाएगी। इसके लिए 30.21 करोड़ रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई थी। मेहसाणा (गुजरात) की अजय प्रोटेक कंपनी को बनाने का ठेका दिया है।
इसकी अवधि जून 2020 में पूरी हो गई है। काम में देरी पर विभाग की ओर से निर्माण कंपनी को नोटिस जारी किया था। 31 जुलाई तक काम फिर शुरू करना था लेकिन कंपनी से कोई जवाब नहीं आया। इसी बीच विभाग ने कोरोना काल को देखते हुए निर्माण अवधि छह माह बढ़ा दी है। अब यह आरओबी दिसंबर 2020 में तैयार करने का दावा किया जा रहा है। यह शहर का पांचवां आरओबी रहेगा। इसके पहले विक्रमनगर, मक्सी रोड, फ्रीगंज पुल, हरिफाटक पुल बनाए थे।
डिजाइन काे लेकर हुआ था विवाद
आरओबी का काम जून 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य था जबकि अब तक 40% काम ही हुआ है। शुुरुआत में ब्रिज की डिजाइन को लेकर विवाद भी उठा था। दरअसल सेतु विभाग ने दिसंबर 2016 में गुजरात की अजय प्रोटेक कंपनी को पिलर वाला ब्रिज बनाने का ठेका दिया था। ब्रिज का काम शुरू होता इससे पहले विभाग ने आरआई वॉल वाला ब्रिज बनाने को कहा। इस पर ठेकेदार ने काम से मना कर दिया। आखिरकार दोबारा से पिलर वाले ब्रिज बनाने पर सहमति बनी और ठेकेदार की ओर से जनवरी 2017 से काम शुरू किया। ऐसे में ब्रिज का काम पिछड़ गया।
गुजरात, राजस्थान से आते हैं वाहन
ब्रिज की साइट पर ले-आउट, सेंटिंग से लेकर पिलर बनाने का काम मशीनों से किया जा रहा है। इसके लिए मुंबई से पाइल मशीन मंगवाई थी। टू-लेन ओवर ब्रिज से बड़नगर रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी। सिंहस्थ 2028 के दौरान आरओबी का बेहतर उपयोग हो सकेगा। सिंहस्थ 2016 में यहां फ्लैग स्टेशन बनाया था। जिससे गुजरात, राजस्थान से आने वाले यात्री मुख्य स्टेशन पर जाने की जगह यहीं उतर गए थे। यहां आरओबी बनाने से रेलवे के साथ सड़क यातायात भी जारी रहेगा। इस मार्ग से गुजरात, राजस्थान से बड़ी संख्या में वाहन आते हैं।
90 डिग्री का कर्व सीधा करने में मदद मिलेगी
उज्जैन-बड़नगर मार्ग पर बनाए जाने वाले आरओबी का काम कोरोना संक्रमण के कारण रुक गया है। गुजरात की कंपनी को इसे जून 2020 तक पूरा करना था। काम में देरी करने पर उसे नोटिस भी जारी किया है। कोरोना काल के चलते उसे छह महीने की छूट भी दी है। अब यह काम दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। आरओबी बनने से रोड का 90 डिग्री का कर्व सीधा करने में मदद मिलेगी।
-सुनील कुमार अग्रवाल, ईई सेतु विकास निगम